Emilia Rose का 'कैप्टन' — जब शरारती भर्ती ने हद पार कर दी
कैप्टन स्लेट को एक ज़बर्दस्त मुंहफट भर्ती का सामना करना पड़ता है। लेकिन जब रणभूमि शांत होती है, तब असली खतरा बंद दरवाज़ों के पीछे भड़क उठता है। एक कच्ची, गुर्राती सजा-कहानी—जंग के बाद की थकान, दबे हुए एहसास और बेल्ट की खनक पर बनी।
